Sunday, March 26, 2017

डैमेज कंट्रोल

- वीर विनोद छाबड़ा
दूर एक समृद्ध देश है। उसका राजा बहुत प्रतापी है। आदर्श पुरुष भी है। उसकी पत्नी अप्सरा समान है और  दो प्यारे बच्चे हंस समान। राजा शुचिता की मिसाल हैं। उनके नाम की पूजा भी होती है।

राजा के कुछ विरोधी भी हैं। उसके विरुद्ध रोज़ नए खुलासे करते हैं। लेकिन पब्लिक ठहरी अंधभक्त। आरोप मुंह के बल खड्ड में गिरते हैं।
एक दिन बहुत बड़ा धमाका हुआ। एक स्त्री ने दावा किया कि वो राजा की पत्नी है। कहती है यकीन न हो तो डीएनए करा लो।
राज्य के कानून के अनुसार अगर पहली पत्नी ज़िंदा है तो दूसरी शादी नहीं हो सकती और अगर हुई है तो अवैध है।
इस बार मामला गंभीर है। एक नहीं दर्जन भर सबूत हैं।
देश की जनता ऐसे मामलों के प्रति बहुत ही संवेदनशील है। उनकी नज़र में स्त्री देवी समान है। उसके प्रति अन्याय बर्दास्त नहीं करती। देश के कोने कोने से प्रजा सड़कों पर उतर आई। सफ़ाई दो सफ़ाई दो, वरना कुर्सी छोड़ दो।
इधर राजा की छवि खंडित होने की कगार पर आ गई। राजा को तो काटो खून नहीं। यह हिडंबा कहां से आ गयी? राजा को याद है कि बहुत मोटी रक़म की एवज़ में यह तो लंदन में जाकर बस गई थी।
गुप्तचरों ने रिपोर्ट दी कि धनलोलुपता के कारण वापस आई है।
राजा को चैन मिला। पैसे की ख़ातिर वापस आई है तो पैसे लेकर चली भी जायेगी। और सचमुच वो मान भी गई।
परंतु सवाल उठा कि पब्लिक के बीच उठी शंका का निवारण कैसे हो। विरोधियों का मुंह बंद कैसे होगा? सबूतों का क्या होगा?
राजा ने अपने चाणक्य को याद किया। वो डैमेज कंट्रोल और मीडिया मैनेज करने में जुट गए।
सुरसा एक पतिव्रता स्त्री है। हिडंबा बहन को बचपन में सपना आया था कि उसका पति मुल्क का राजा होगा, मगर शर्त यह होगी कि पति से दूर रहना होगा।
सुरसा की शादी हुई। लेकिन विवाह की पहली ही रात सुरसा को सपने की याद आई। उसने पति को यह बात बतायी। पति के लाख समझाने के बावजूद उसने पति को त्याजने का कठिन प्रण लिया। अपने तन की परछाईं भी पति पर नहीं पड़ने देगी। घर-संसार छोड़ दिया। सन्यासिनी बन कर तब से वो पूरे संसार में नगरी नगरी द्वारे द्वारे भटक रही है ताकि पति राजा बन जाए।
अब सुरसा बहन का सपना पूरा हो चुका है। वो बस अपने राजा बने पति की झलक देखने आई थी। काम पूरा हुआ और वो अंतर्ध्यान हो गई। देश का मीडिया सुबह-शाम यही अलाप रहा है। धर्मभीरू प्रजा ने सुरसा माता की जय की और प्रण किया कि सुरसा माता के मंदिर बनाये जायें।
विपक्ष की आवाज़ इन गगनभेदी जयकारों के बीच जैसे नक्कारखाने में तूती साबित हुई। वे तिलमिला कर रह गए।
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25-03-2017 mob 7505663626
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Lucknow - 226016

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