Friday, August 5, 2016

ट्रॉमा सेंटर - यह किसका लहू है!


- वीर विनोद छाबड़ा 
शहर का एक मशहूर सरकारी ट्रॉमा सेंटर। सर्जिकल इमरजेंसी वार्ड नंबर - १.
बेहद कारुणिक दृश्य। हर तरफ चीख-पुकार।

आधे से ज्यादा मरीज़ स्ट्रेचर पर हैं। उसी उनका उपचार चल रहा है। कोई बेड खाली नहीं हैं।
किसी को एक्सरे के लिए भेजा जा रहा है और किसी को सीटी स्कैन के लिए। कोई दवा लेने के लिए भगा रहा है।
एक मरीज़ के सर से बहता खून नहीं रुक रहा है। एक की बांह लगभग झूल रही है। उसे होश नहीं है। कंधे पर गाड़ा लाल खून का थक्का बन गया है। उसके साथ आया बूढा बाप लगातार कभी डॉक्टर तो कभी नर्स के हाथ पैर जोड़ रहा है - मेरे बेटे को बचा लो।
डॉक्टर दूसरे मरीज़ को अटेंड कर रहे हैं, जो शायद ज्यादा गंभीर है। वो निर्विकार भाव से कहता है - अभी आता हूं।
तभी एक वार्ड ब्वॉय आता है और झूल रहे हाथ को उठा कर मरीज़ के सीने पर रख देता है। और मुंह बिचका कर आगे चल देता है।
एक महिला जोर-जोर से सर पटकते हुए अंट-शंट बोले जा रही है।
तभी एक और मरीज़ स्ट्रेचर पर लाया जाता है। डॉक्टर किसी मरीज़ को देख रहा है। वो फ़ौरन उसे छोड़ नए आये मरीज़ को अटेंड करता है। नज़्ब देखी, धड़कन देखी और फिर आंखें। डॉक्टर झुल्ला गया - यहां ज़िंदा लोगों को देखने की फुरसत नहीं, तुम मरे हुए को ले आये।
ज़मीन पर जगह-जगह खून फैला है। किसका खून है? किसी को नहीं मालूम।
एक बेड पर शारिक लेटा है तो बगल में सुखराम।
एक और साहब भनभना रहे हैं। उनके बगल में दूसरे धर्म का आदमी है। खामख्वाह की भीड़ लगाए हैं। हमारे पेशंट को परेशानी हो रही है।
तभी नर्स आती है। उसे चुप रहने के लिए डांटती हुई एक पर्ची थमा देती है। तुम्हारे पेशंट का इमर्जेंसी ऑपरेशन होना है। तीन यूनिट ब्लड फ़ौरन चाहिए। दस हज़ार रुपया भी जमा करना है।

वो साहब घबड़ा जाते हैं। मैं दूसरे शहर से आया हूँ। यहां किसी को नहीं जानता। ज्यादा पैसा भी नहीं है।
दूसरे धर्म वाले को देखने आई भीड़ से एक आदमी सामने आता है। फ़िक्र मत करो। जितना रुपया चाहिए हम देंगे। और खून भी।  
क्या हिन्दू क्या मुसलमां! कोई भेद नहीं है। सबकी बीच बीच में एक-दूसरे को सांत्वना भी देते हैं। अपने दुःख साझा करते हैं।
घंटे भर में भयंकर रुदन और क्रुदन के साथ उस वार्ड से तीन बॉडी बाहर गयीं।
कमोबेश बाकी वार्डों का भी यही हाल है।

उक्त वार्ड में सभी एक्सीडेंटल केस थे। उनमें से भी ज्यादातर बाइक के किसी दूसरे वाहन या डिवाइडर से टकराने के मामले थे। बताया जाता है कि एक्सीडेंट के वक़्त किसी के भी सर पर हेलमेट नहीं था। 
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05-08-2016 mob 7505663626
D-2290 Indira Nagar 
Lucknow - 226016

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