-वीर विनोद छाबड़ा
कल देवानंद साब का जन्मदिन था। वो होते तो ९२ साल पूरे
करते।
देवानंद की ज़िंदगी के ८८ वर्षों में से ६५ वर्ष सिनेमा
जगत में कटे।
इन वर्षों में वो कभी चुप नहीं बैठे। फिल्म इंडस्ट्री
से जो कमाया उसे सूद
सहित वापस करते रहे। चाहे किसी को पसंद आये या नहीं। उनका जोश
और फिल्म बनाने का जज़्बा देख कर उनके उम्रदराज़ होने के बावजूद उन्हें चिरयुवा बुज़ुर्ग
कहा जाता था। इसीलिए वो कभी अप्रासंगिक नहीं हुए। किसी ने किसी वज़ह से चर्चा में रहे।
कभी हिट फिल्म के लिए तो कभी फ्लॉप के लिए। कभी अपनी हेयर स्टाइल के लिए। उनका पहनावा
भी नंबर एक पसंद रहा।
Devanand |
यों पुरुषों के मुकाबले देवानंद महिलाओं में ज्यादा लोकप्रिय
थे। हर उम्र की महिला की वो पहली पसदं थे। उनकी तस्वीरें उनके तकिये के नीचे और पर्स
में मिलती थीं।
पुरुष युवा वर्ग में वो तब नंबर वन बने जब 'हम दोनों' में उन्होंने ज़िंदगी के हर शोक और फ़िक्र को अपने खास अंदाज़ में धुंए में उड़ा दिया।
फ़िक्रो-गम में डूबे हज़ारों लोगों को एक साथी मिल गया। हज़ारों नौजवानों ने देव साब को
देख और सुन कर पहली दफ़े होटों में सिगरेट दबायी।
एक वक़्त था जब अपनी नई फिल्म के लिए किसी नवेली या युवा
हीरोइन को साइन करना उनके जुनून में शामिल था। इस बारे में एक किस्सा बड़ा मशहूर हुआ
था।
उनकी एक नायिका ने शादी कर ली। कुछ वक़्त के बाद उसके बेटी
हुई।
देव साब बधाई देने गए। और साथ में एग्रीमेंट और साइनिंग
अमाउंट भी ले गए।
नायिका ने पूछा ये क्या?
देव साब बोले कि आपकी बेटी जब अट्ठारह साल की होगी तो
मेरी फिल्म में मेरी हीरोइन होगी।
२६ सितंबर १९२३ को शंकरगढ़ (अब पाकिस्तान के पंजाब प्रांत
में) जन्मे इस एवरग्रीन हीरो का पूरा नाम धरमदेव दत्त पिशोरीमल आनंद था।
साहिर देव साहब के हरदिल अज़ीज शायर थे। 'हम दोनों' में सारे गाने साहिर ने लिखे थे और सब के सब मशहूर। लेकिन मुझे जयदेव के संगीत
निर्देशन में रफ़ी का गाया ये गाना बहुत पसंद है। बावजूद इसके कि मुझे सिगरेट छोड़े मुद्दत
गुज़र चुकी है।
मैं ज़िंदगी का साथ निभाता चला गया
हर फ़िक्र को धुएं में उडाता चला गया
बरबादियों का शोक मनाना फ़िज़ूल था
बरबादियों का जश्न मनाता चला गया
हर शोक को धुएं में.…
जो मिल गया उसी को मुक़द्दर समझ लिया
जो खो गया मैं उसको भुलाता चला गया
हर शोक को धुएं में.…
ग़म और ख़ुशी में फ़र्क़ महसूस हो जहां
मैं दिल को उस मुकाम पे लाता चला गया
हर शोक को धुएं में.…
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27-09-2015 Mob 7505663626
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