-वीर विनोद छाबड़ा
कबड्डी। बचपन में थोड़े अरसे के लिए ही सही मगर खूब खेला है। बुशर्ट और चश्मा उतार
किनारे रखा और शुरू हो गए - तुतु तुतु तुतु…बिना सांस टूटे विपक्ष
के पाले का चक्कर लगा कर वापस आ जाना। बहुत बड़ी उपलब्धि होती थी।
बलशाली नहीं थे और ऊपर से छोटा कद। इसलिए किसी को छूने की हिम्मत नहीं करते थे, इस डर से कि दबोच न
लिए जायें। जब उधर से कोई बंदा आता तो कोशिश यही होती कि वो हमें छूने न पाये। इधर
से उधर डोला करते थे। लेकिन बकरे की मां कब तक खैर मना सकती है। वो बंदा हमें छू लेता
और हम 'मरे' घोषित कर किनारे बैठा दिए जाते।
कुछ भी हो इस खेल में हम हमेशा सॉफ्ट टारगेट बने। ज्यादा फुर्ती जब भी दिखाई तो
बनियाइन फट गयी। एक बार दूसरे के पाले में गए। एक बलशाली ने हमें अपनी बाहों में जकड़ा
और फिर दूर फेंक दिया। बहुत चोट लगी थी।
हमें याद है कि एक मोटू को हमने बलां की फुर्ती दिखाते हुए छुआ और उसी फुर्ती से
वापस आ गए। वो मोटू होने के कारण अपनी जगह से हिल तक नहीं पाया। हमारी इस बहादुरी पर
खूब तालियां बजी थीं। लेकिन दूसरे दिन स्कूल से लौटते वक़्त उस मोटू ने हमें दबोच लिया
और खूब पिटाई की।
यों हाथ-पैर में खुरचनें पड़ जाना तो मामूली बात होती थी। बहुत डांट पड़ती थी घर
से। नहाना भी पड़ता था। उन दिनों पानी की खूब किल्लत होती थी।
चूंकि इसमें पिटने और चोटिल होने का ख़तरा ज्यादा होता था इसलिए लंबे वक़्त तक नहीं
खेल पाये। बस दूर से ही सलाम करते रहे।
कबड्डी का नाम लेते ही हमें गंगा-जमुना का एक सीन याद आता है। दिलीप कुमार विपक्षी
पाले में फंस गए। उन्हें गिरा दिया गया। सबके सब उन सवार हो गए। लेकिन विपक्ष के लाख
जतन के बावजूद दिलीप कुमार ने सुरक्षित लाइन को छू लिया। अमिताभ बच्चन ने शायद किसी
फिल्म में इस सीन को कॉपी किया है।
अखाड़े वाली कुश्ती के अलावा शायद यही एक ऐसा खेल है जिसमें जिस्म मिट्टी से सरोबर
होता है। अपने देश की मिट्टी की सुगंध मिलती है। यह देखने में इसलिए भी अच्छा लगता
है क्योंकि पूर्णतया देशी खेल है। गरीबों का खेल है। बिना हींग फिटकरी वाला खेल। सिर्फ
छोटा सा मैदान चाहिए। एशिआई खेलों में भी सम्मिलित है। कबड्डी का विश्व कप भी है। भारत
ने कई बार गोल्ड कप जीता है।
अफ़सोस यही है कि अब यह पहले की तरह गली-मोहल्लों में नहीं खेला जाता। कस्बों-गांवों
में इसकी लोकप्रियता का हमें कोई अंदाज़ा नहीं है। लेकिन पंजाब में खूब लोकप्रिय है।
कुल मिला कर सिमटता और सिकुड़ता हुआ प्रतीत होता है।
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10-07-2015 Mob 7505663626
D-2290 Indira Nagar
Lucknow-226016
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