-वीर विनोद छाबड़ा
गुस्सा सब से बड़ा दुश्मन है इंसान का। होशो-हवास गुम हो
जाते हैं। न दिखाई दे और न सुझाई दे। सुनाई भी नही देता।
जैसे सन १९७९-८० का इंग्लैंड के विरुद्ध पर्थ टेस्ट। हुआ
ये था कि ऑस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज़ एलन बॉर्डर ने सिर्फ़ ०४ रन ही बनाये थे कि इयान
बॉथम की अपील पर अंपायर ने उन्हें पगबाधा आउट करार दे दिया।
बॉर्डर को बेहद गुस्सा आया। अपनी समझ के अनुसार वो आउट
नहीं थे। बॉर्डर के परेशान होने की वज़ह एक और भी थी। दरअसल उस सीज़न में भ्रमण पर वेस्ट इंडीज़ भी आई थी। उसके विरुद्ध भी बॉर्डर
पिछले टेस्ट में बेहद सस्ते में आउट हुए थे। और अब ये पर्थ टेस्ट में सस्ते में आउट
होने का सीधा अर्थ था - अगले टेस्ट से बाहर और शायद टीम से भी।
गुस्से से लाल-पीले-नीले होते हुए बॉर्डर ड्रेसिंग रूम
पहुंचे। दिखना, सुनना और समझना दिमाग से गैर-हाज़िर था
ही।
बैट को इतनी जोर से ज़मीन पर पटका कि टुकड़े-टुकड़े हो गया।
ग्लब्स उतार कर ऐसे फेंके कि वहां मौजूद खिलाडियों के मुंह पर जा लगे। फिर धम्म से
कुर्सी पर बैठे और दोनों हाथों से मुंह ढक लिया।
कुछ पल गुज़रे थे कि किसी ने हमदर्दी जताने के लिए सर पर
हाथ रखा।
बॉर्डर ने हमदर्दी के लिए शुक्रिया अदा करने के लिए आंखें
खोल कर सिर ऊपर उठाया। उनकी आंखें फटी की फटी रह गई।
यह हरदर्द और कोई नहीं अपने ज़माने के मशहूर बल्लेबाज़ और
मौजूदा इंग्लिश टीम के असिस्टेंट मैनेजर केन बैरिंगटन थे।
बॉर्डर हैरान हुए कि
बैरिंगटन ऑस्ट्रेलिया के ड्रेसिंग रूम में क्या कर रहे हैं?
इससे पहले कि वो बैरिंगटन से इसके मुतल्लिक सवाल करते
कि उनकी निगाह रूम में मौजूद इंग्लिश टीम के मैनेजर एलेक बेडसर और डेविड बैरिस्टो, जॉन लीवर आदि खिलाडियों पर पड़ी।
बॉर्डर को तो काटो खून नहीं! पलक ही समझ गए कि वो गलती
से इंग्लिश ड्रेसिंग रूम में घुस गए हैं।
बॉर्डर को इस तरह हैरान-परेशान देख कर सब लोग हंसने लगे
और बॉर्डर शर्मिंदा होकर वहां से फौरन नौ दो ग्यारह हो गए।
इस शर्मिंदगी को बॉर्डर ने अगली पारी में सेंचुरी लगा
कर धो दिया। ऑस्ट्रेलिया ने ये टेस्ट १३८ रनों से जीता था। और निसंदेह हीरो एलन बॉर्डर
थे।
नोट - आगे चल कर एलन बॉर्डर ने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के
महान खिलाड़ियों में जगह बनाई। १५६ टेस्ट में १११७४ रन ५०.५६ की औसत से बनाये और ९३
टेस्ट में कप्तानी की।
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vir vinod chhabra D-2290, Indira Nagar, Lucknow-226016
Dated 10 April 2015
Dated 10 April 2015
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