Sunday, December 18, 2016

बंदो के बनाये ईश्वर

- वीर विनोद छाबड़ा
हमारे एक जान-पहचान वाले शुद्ध धार्मिक हैं, चेयरमैन के प्राइवेट सेक्रेटरी। काम पर निकलने से पहले कम से कम आधा घंटा पूजा। आंधी हो या तूफ़ान। जाड़ा हो या गर्मी। क्या मजाल कि कोई विघ्न डाल सके। उनकी घरैतिन डंडा और उनका मोबाईल लेकर दरवाज़े पर मुस्तैद खड़ी रहती हैं। साहब बिज़ी हैं। आधे घंटे बाद रिंग करना।
एक बार तो उसने तो चेयरमैन तक को घुड़क दिया था - तुम चेयरमैन हो या यमराज। साहब पूजा में हैं। बीच में डिस्टर्ब किया तो श्राप दे देंगे।
उनकी इस पूजापाठी प्रवृति से दुखी होकर चेयरमैन के सामने उनकी बहुत फज़ीहत हुई थी। करो पूजा-पाठ, लेकिन टाईम पर तो ऑफिस आओ।
लेकिन न वो घरैतिन को समझा सके और न ही खुद समझे। घर में पूजा और फिर रास्ते में पड़ने वाले एक ख़ास मंदिर में दस मिनट तक घंटी बजाने का उनका शगल गया नहीं। कहते हैं कि इससे दिन अच्छा गुज़रता है। बरकत रहती है।
उनकी हरकतों में सुधार नहीं होते देख कर चेयरमैन ने उनका ट्रांसफर एक सुदूर इलाके में कर दिया। करो पूजा और बजाओ घंटी, सारा-सारा दिन।
भाई के होश उड़ गए। बच्चों की पढ़ाई का क्या होगा? नाना प्रकार की व्याधियों से पीड़ित बूढ़े मां-बाप का वहां ईलाज कैसे होगा? सौ किलोमीटर से पहले कोई सुपर-स्पेशिएलिटी अस्पताल नहीं।
सबसे बड़ा कष्ट तो यह रहा कि टेबल के नीचे वाली मोटी कमाई भी गयी हाथ से। बहुतेरे हाथ पांव जोड़े, लेकिन सब व्यर्थ गया। एक दलाल की मार्फ़त ट्रांसफर एक्सपर्ट नेता के दरबार में लगातर कई दिन तक हाज़िरी लगाई। नेता ने चेयरमैन का ही ट्रांसफर करवा दिया। तब जाकर इनका ट्रांसफर रुका।

लेकिन अब सहसा उनके तौर-तरीके बदल गए हैं। न जाने कैसे और कब ज्ञान की प्राप्ति हुई? सुना है कि पिछले चेयरमैन ने जाते जाते उनसे कहा था कि ऊपरवाले की लाठी बेआवाज़ होती है। और कुछ दिनों बाद उनका भयंकर एक्सीडेंट हुआ। बहुत मुश्किल से बचे। तबसे पूजा-पाठ करते हैं, चलते फिरते और काम करते हुए। कर्म ही पूजा है। शुद्ध शाकाहारी भी हो गए हैं। ईमानदार भी बन गए हैं। ग़ैर-संवेदनशील पद पर पोस्टिंग ली है, जहां न टेबुल के नीचे कमाई है और न ऊपर।
कहते हैं मैं उस ईश्वर को मानता हूं जो हर स्थान पर मौजूद हैं। बिना आकार का ईश्वर। बंदों के बनाये भगवान को नहीं मानता जो तालों में बंद रहते हैं।

हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि  वो अब ऐसे ही बने रहें। हम भी बंदों के द्वारा बनाये ईश्वर के मंदिरों में नहीं जाते हैं।
---
19-12-2016 mob 7505663626
D-2290 Indira Nagar
Lucknow - 226016

No comments:

Post a Comment